स्पर्म क्रैम्प्स क्या हैं?
पुरुषों में स्खलन (ejaculation) के दौरान या बाद में पेल्विक क्षेत्र, अंडकोष या निचले पेट में दर्द महसूस होना स्पर्म क्रैम्प्स कहलाता है। यह दर्द हल्का, मध्यम या कभी-कभी बहुत तेज़ भी हो सकता है। कई पुरुष इस समस्या को अनदेखा कर देते हैं, लेकिन अगर यह बार-बार हो रहा है, तो इसके पीछे का कारण समझना और सही समाधान अपनाना ज़रूरी है।
स्पर्म क्रैम्प्स आमतौर पर किसी गंभीर बीमारी का संकेत नहीं होते, लेकिन कुछ मामलों में यह प्रोस्टेट या यौन संचारित संक्रमण (STI) जैसी समस्याओं का लक्षण हो सकता है। इसलिए, यदि यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
स्पर्म क्रैम्प्स के मुख्य कारण
- वीर्य स्खलन में देरी (Prolonged Abstinence)
अगर कोई पुरुष लंबे समय तक स्खलन (ejaculation) नहीं करता, तो शुक्राणु (sperm) और वीर्य अंडकोष में जमा होते रहते हैं। इससे अंडकोष में दबाव बढ़ता है और दर्द या असहजता हो सकती है। यह समस्या उन पुरुषों में अधिक देखी जाती है जो नियमित यौन गतिविधियों में संलग्न नहीं होते हैं।
- ब्लू बॉल्स (Blue Balls) या अधूरी उत्तेजना
अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक यौन उत्तेजना में रहता है लेकिन स्खलन नहीं करता, तो रक्त प्रवाह पेल्विक क्षेत्र में बढ़ जाता है। इससे अंडकोष में सूजन और दर्द महसूस हो सकता है। इसे आमतौर पर ब्लू बॉल्स (Blue Balls) कहा जाता है। यह दर्द स्खलन के बाद अपने आप ठीक हो जाता है।
- अधिक बार स्खलन (Excessive Ejaculation)
बहुत अधिक सेक्स या हस्तमैथुन करने से पेल्विक मसल्स (Pelvic Muscles) पर ज़्यादा दबाव पड़ सकता है। इससे मांसपेशियों में तनाव और ऐंठन आ सकती है, जिससे स्पर्म क्रैम्प्स हो सकते हैं।
- प्रोस्टेट ग्रंथि की समस्या (Prostate Issues)
प्रोस्टेट ग्रंथि वीर्य के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यदि इसमें सूजन (Prostatitis) या संक्रमण हो जाए, तो स्खलन के दौरान या बाद में दर्द हो सकता है। प्रोस्टेट की समस्याएं आमतौर पर पेशाब में जलन, बार-बार पेशाब आना और वीर्य में खून आने जैसे लक्षणों के साथ हो सकती हैं।
- पेल्विक मांसपेशियों में खिंचाव (Pelvic Muscle Strain)
जैसे अत्यधिक व्यायाम करने से मांसपेशियों में खिंचाव आ जाता है, वैसे ही अत्यधिक यौन गतिविधियों से पेल्विक मांसपेशियां प्रभावित हो सकती हैं। इससे स्पर्म क्रैम्प्स की समस्या हो सकती है।
- यौन संचारित रोग (Sexually Transmitted Infections – STIs)
गोनोरिया (Gonorrhea) या क्लैमाइडिया (Chlamydia) जैसे यौन संचारित रोग (STDs) वीर्य स्खलन के दौरान दर्द पैदा कर सकते हैं। ये संक्रमण मूत्रमार्ग (Urethra) और अंडकोष में सूजन उत्पन्न कर सकते हैं, जिससे पेशाब में जलन और स्खलन के दौरान दर्द महसूस हो सकता है।
- वैरिकोसेल (Varicocele – अंडकोष की नसों की सूजन)
अगर अंडकोष की नसें सूज जाती हैं, तो खून का प्रवाह सही ढंग से नहीं हो पाता, जिससे भारीपन और दर्द हो सकता है। यह समस्या उन पुरुषों में अधिक देखी जाती है जो लंबे समय तक खड़े रहते हैं या भारी वजन उठाते हैं।
- नसों में दबाव या हर्निया (Nerve Compression or Hernia)
अगर कमर, रीढ़ की हड्डी या पेट की नसें दब जाती हैं, तो यह दर्द अंडकोष और पेल्विक क्षेत्र तक फैल सकता है। कुछ मामलों में हर्निया भी स्खलन के दौरान दर्द का कारण बन सकता है।
स्पर्म क्रैम्प्स के लक्षण
- स्खलन के दौरान या बाद में निचले पेट, पेल्विक क्षेत्र या अंडकोष में दर्द
- अंडकोष में भारीपन या सूजन
- पेशाब में जलन या दर्द
- वीर्य में खून आना
- बिना किसी स्पष्ट कारण के पेल्विक क्षेत्र में लगातार दर्द
स्पर्म क्रैम्प्स से बचाव और इलाज
- संतुलित यौन जीवन बनाए रखें
न ज्यादा बार वीर्य स्खलन करें और न ही इसे लंबे समय तक रोककर रखें। नियमित रूप से स्खलन करने से अंडकोष में शुक्राणु जमा नहीं होंगे और दर्द से बचाव होगा।
- हाइड्रेटेड रहें
पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से मांसपेशियों में खिंचाव कम होता है और शरीर का रक्त संचार सुचारू रूप से काम करता है।
- पेल्विक एक्सरसाइज़ करें
कीगल एक्सरसाइज़ (Kegel Exercises) और अन्य पेल्विक स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ करने से पेल्विक मसल्स मजबूत होती हैं, जिससे स्पर्म क्रैम्प्स की समस्या कम हो सकती है।
- गर्म सिकाई करें
अगर हल्का दर्द हो रहा हो, तो गर्म पानी की थैली से पेल्विक क्षेत्र पर सिकाई करने से मांसपेशियों को आराम मिलेगा और दर्द में राहत मिलेगी।
- संक्रमण से बचाव करें
यौन संचारित संक्रमण से बचने के लिए सुरक्षित यौन संबंध बनाएं और कंडोम का उपयोग करें। अगर आपको एसटीडी (STD) के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं।
- डॉक्टर से परामर्श लें
अगर दर्द लगातार बना हुआ है, वीर्य में खून आ रहा है, या स्खलन के दौरान अत्यधिक असहजता महसूस हो रही है, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
स्पर्म क्रैम्प्स कब खतरनाक हो सकते हैं?
यदि स्पर्म क्रैम्प्स के दौरान दर्द बहुत तेज़ हो और लगातार बना रहे, तो इसे नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए। अंडकोष में सूजन या लालिमा होना, वीर्य में खून आना, पेशाब करने में जलन या दर्द महसूस होना, या लंबे समय तक बार-बार दर्द महसूस होना भी गंभीर संकेत हो सकते हैं। यदि इन लक्षणों में से कोई भी दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें, क्योंकि यह किसी गंभीर समस्या या संक्रमण का संकेत हो सकता है।
निष्कर्ष
स्पर्म क्रैम्प्स एक आम समस्या है, जो ज्यादातर मामलों में किसी गंभीर बीमारी का संकेत नहीं होती। यह अधिकतर मामलों में वीर्य स्खलन की अनियमितता, मांसपेशियों में तनाव या संक्रमण के कारण होती है। संतुलित यौन जीवन, उचित हाइड्रेशन और नियमित एक्सरसाइज़ से इस समस्या से बचा जा सकता है। यदि यह समस्या बार-बार होती है या दर्द बहुत तेज़ है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।
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