आधुनिक जीवनशैली, तनाव और अस्वस्थ खान-पान की वजह से पुरुषों में स्पर्म काउंट की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इससे न केवल प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है, बल्कि आत्मविश्वास भी कम हो सकता है। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो सही दवा और प्राकृतिक उपायों को अपनाकर इसे ठीक किया जा सकता है।
स्पर्म काउंट कम होने के कारण
पोषण की कमी, अत्यधिक धूम्रपान और शराब का सेवन, मानसिक तनाव, मोटापा, शारीरिक निष्क्रियता, अत्यधिक गर्मी के संपर्क में आना, और हार्मोन असंतुलन स्पर्म काउंट कम होने के प्रमुख कारण हैं। इन समस्याओं को दूर करके शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है।
स्पर्म बढ़ाने की दवाएं
क्लोमीफीन साइट्रेट (Clomiphene Citrate – Clomid)
यह दवा शरीर में हार्मोन बैलेंस करने में मदद करती है, जिससे टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता है और स्पर्म काउंट सुधरता है।
एचसीजी इंजेक्शन (Human Chorionic Gonadotropin – HCG)
यह इंजेक्शन टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को बढ़ाकर स्पर्म की गुणवत्ता में सुधार करता है और पुरुषों में फर्टिलिटी को बेहतर बनाता है।
टेमॉक्सिफेन (Tamoxifen)
यह दवा टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाकर शुक्राणुओं की गतिशीलता और गुणवत्ता को सुधारने में मदद करती है।
फोलिक एसिड और जिंक सप्लीमेंट्स
ये पोषक तत्व शुक्राणु उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं और पुरुषों की फर्टिलिटी को सुधारते हैं।
कोएंजाइम Q10 (Coenzyme Q10)
यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है, जो शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता को बढ़ाने में सहायक होता है।
स्पर्म बढ़ाने के प्राकृतिक तरीके
सही आहार लें
पौष्टिक आहार में अखरोट, अंडे, केला, लहसुन और हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करने से शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।
नियमित व्यायाम करें
योग और एक्सरसाइज से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता है और स्पर्म उत्पादन में सुधार होता है।
धूम्रपान और शराब छोड़ें
शराब और धूम्रपान शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता को प्रभावित करते हैं, जिससे प्रजनन क्षमता कम हो जाती है।
तनाव कम करें
मेडिटेशन और योग करने से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर संतुलित रहता है, जिससे टेस्टोस्टेरोन का स्तर बेहतर होता है और स्पर्म काउंट सुधरता है।
पर्याप्त नींद लें
रोज़ाना 7-8 घंटे की गहरी नींद लेने से हार्मोन संतुलन बना रहता है और स्पर्म उत्पादन सही तरीके से होता है।
अत्यधिक गर्मी से बचें
बहुत टाइट अंडरवियर न पहनें, लैपटॉप को लंबे समय तक गोद में न रखें और स्टीम बाथ से बचें, क्योंकि अत्यधिक गर्मी शुक्राणुओं के उत्पादन को प्रभावित कर सकती है।
डॉक्टर से कब संपर्क करें
अगर एक साल तक प्रयास करने के बाद भी गर्भधारण नहीं हो रहा, वीर्य बहुत पतला लग रहा है, सेक्स ड्राइव में कमी महसूस हो रही है, या टेस्टिकल्स में सूजन या दर्द हो रहा है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना ज़रूरी है।
निष्कर्ष
स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए सही खान-पान, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना ज़रूरी है। यदि प्राकृतिक उपायों से सुधार नहीं हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेकर सही दवा और उपचार अपनाना फायदेमंद रहेगा।
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